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Showing posts from 2019

जिंदगी के दस्तूर

समझदारी की बातें सिर्फ़ दो ही लोग करते हैं एक वो जिसकी उम्र और तर्जुबा दोनो अधिक हो और एक वो जिसने बहुत कम उम्र में अच्छा और बुरा दोनो वक़्त देखा हो गलती जीवन का एक पन्ना है लेकिन रिश्ता पूरी किताब है जरुरत पड़ने पर गलती का पन्ना फाड़ देना लेकिन एक पन्ने के लिए पूरी किताब कभी ना खो देना जिंदगी खेलती भी उसी के साथ है जो खिलाड़ी बेहतरीन होता है दर्द सबके एक से है, मगर हौंसले सबके अलग अलग है कोई हताश हो के बिखर जाता है तो कोई संघर्ष करके निखर जाता है कोहरे से एक अच्छी बात सीखने को मिली कि जब जीवन में कोई रास्ता न दिखाई दे रहा हो तो बहुत दूर तक देखने की कोशिश व्यर्थ है धीरे धीरे एक एक कदम चलो रास्ता खुलता जायेगा ।

तुम मेरी सिर्फ अधूरी कल्पऩा हो

          आज अचानक तुम्हारी यादों ने फिर खटखटाया है मेरे मन के  दरवाजें को । एक अजनबी चेहरे को देखा तो तुम्हारे ख्यालों के चलचित्र, मेरे मन के आईने में उभरने लगे । वैसे तो मै तुम्हे याद नही करती क्योंकि तुम्हे याद करने की कोई खास वजह ना थी । फिर भी कभी कभी तुम्हारे ख्यालों के ताने बाने बुन हीं लेती हूं जब भी तन्हा और उदास होती हूं । तुम ये मत समझना कि मुझे अब भी तुम्हारी जरूरत है । नही , अब मै, खुद की तलाश में इतनी व्यस्त हूं कि किसी और की कमी खलती हीं नही है । ये समझने की भूल मत करना की मै अकेली हूं । मेरी तरह ये शाम भी जाने क्यूँ तन्हा है । शायद इसे भी किसी अपने के खोने का गम है । वैसे हम दोनो की खूब जमती है । मै आँखे बंद करके अक्सर महसूस करती हूं ढलते सांझ की उदासी और कुछ हाल-ए-दिल बयां करती हूं अपने तनहाइयों के । इस मुस्कुराते चेहरे के पीछे ना जाने दर्द के कितने सिलवटें है । आंखो की चमक पहले जैसी हीं है बस कभी कभी खामोश रात के तिमिर में बदलते करवटों के बेबसी, अपने कुछ छींटों के निशां तकिए के ऊपरी परत पर छोड़ हीं जाते है ।    ...