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Showing posts from 2018

जिन्दगी रूकती नही

साथियो कभी गौर से बहती हुई नदियों को देखना किस तरह से बहती है वो कभी रूकती नही है पिछले दिनों जो उसमे पानी था वो बहोत दूर निकल गया हो गा है न? बल्कि अभी कुछ समय पहले जो पानी हमारी आँखों के सामने से गुजरा वो भी दूर निकल गया, इसी तरह जिंदगी का वसूल है, जिंदगी कभी थमती नही है,कभी रूकती नही है, बस चलती रहती है, बहती रहती है, पानी बेशक दूर चला जाए नदी कभी खत्म नही होती , नदी वही बनी रहती है वैसे ही, इसलिए हमें रास्ते में पड़े पड़ाव को लेकर सीख लेनी चाहिए उसे लेकर रुकना नही चाहिए,।

एक कदम सफलता की ओर

अनकही अनसुनी सी जिंदगी

ये जो बचपन और बड़े होने के बीच का समय होती है न बड़ा कमाल की होती है, हम बचपन से तो थोड़े ऊपर उठ चुके होते है लेकिन बड़ो जैसी समझदारी हममे नही आयी होती है और हमे इस समय ऐसा लगता है कि हम जो क्र रहे है न पूरी समझदारी से कर रहे है, और ये समय ऐसी होती है कि बहोत सी अच्छी और बुरी चीजे हमे अपनी ओर खींचती हे, और हमे लगता है कि हम उन सभी चीजों को पाले तो सब कुछ मिल जायेगा लेकिन ऐसा नही है हमे बहोत आगे जानी होती है, जिंदगी के बहोत से सफर देखनी होती है, तभी तो हम कोई सही फैसला ले पाते है। अच्छा एक बात बताओ आज से आठ या दस साल के बाद जब आप सही मायने में सेटल होने लायक हो जाओगे तब उस समय पर कौन सी ऐसे चीजे या कौन से ऐसे लोग होंगे जो तुम्हारे साथ उस समय पर भी होंगे बता सकते हो ? आई थिंक नही या पता नही। तो सायद ठीक कहा आपने पता नही ये स्कूल तुम्हारे साथ नही होगा ये मौज मस्ती ये बे फ़िक्री ये नही होंगी प्रिंसीपल सर नही होंगे और आपके कुछ दोस्त नही होंगे और सायद अम्मी अब्बू भी न हो .... हैरान मत होइए ..... इसी का नाम जिंदगी है आगे बढ़ते रहना आप सब अच्छे लड़के हो जितनो ने कमेंट किया सभी अच्छे हो और भी यह...

जिंदगी में शालीनता

अगर सामने वाला गलत है तो क्या हमें भी गलत होना चाहिए गलत के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए ये बहोत जरूरी है । लेकिन इसका मतलब ये नही हुआ की गलत के खिलाफ लड़ते लड़ते खुद गलत बन जाओ । दो गलत मिलकर कभी सही नही बन सकते गलत तो सिर्फ गलत होती है और कुछ भी नही । पता है एक इंसान हाथ कब उठता है जब वो सोचता है कि अब हम हार गए । मैं ये नही कह रही हु की तुम कुछ न करो लेकिन करना है तो कायदे से करो । गांधी जी ने एक बात बहोत अच्छी कही थी आई एंड आई टू व्होल वर्ल्ड ब्लाइंड यानी आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा क्र देगी । जिस रास्ते पर बड़ी बड़ी गाड़ियां चलती है उसी रास्ते पर हम भी चलते है जिसका जहाँ मोड़ आता है वो वहां से मुड़ जाता है, रस्ते में पड़े पड़ाव को लेकर कोई रुक नही जाता कोई थमता नही है, ये दुनिया ऐसी ही है बस आप हिम्मत न हारे और अपना हर काम अच्छाई और सच्चाई से करे।

शिकायते जिंदगी से

जिंदगी एक रस्ते की तरह है, एक राह की तरह है। कभी सीधी स्पॉट कभी उबड़ खाबड़ कभी धुल मिटटी से भरी हुई और कभी छांवदार दरख़्त के सामने से गुजरती हुई । इसी तरह   इसमें कोई बेकार नही होता सब काम के होते है बस हमारी सोच हमे कमजोर कर देती है लेकिन सबको इसी राह से गुजरना होता है, हाँ ये बात अलग है किसी को राह में कंकड़ पत्थर ज्यादा मिल जाते है किसी को कम लेकिन मंजिल तक पहुचने के लिए सबको इसी राह से गुजरना होता है।

अभी कुछ दिन पहले ही की बात है

अभी कुछ दिन पहले ही की बात है जब हम टहलते हुए चले आये थे कुछ ख्वाब लिए ...खुशियों की आँगन में पर कुछ पता ही न चला कब हम इतनी  दूर पहुंच गए की लोग अब हमारी गलतियों पर एक ही ताना देने लगे  है ... की अब तुम बड़े हो गए हो ...पता ही न चला यार बचपन भी क्या कमाल के थे न .. न कोई चिंता थी ... न कोई फ़िक्र था बस कुछ कमीने दोस्त थे .. और हर लम्हे का जिक्र था           युहीं चलती रहेगी जिंदगी और एक दिन मंजिल को भी पा लेगी फिर एक दिन दुनिया से भी चली जाएगी

यारी अपना

 तुंगनाथ, उत्तराखंड                              तुंगनाथ पहाड़ों पर बसा एक बहोत  ही खूबसूरत  गाँव है , पहाड़ो , झरनो और हस्ती खिलखिलाती नदियों के बीच बसा ये एक छोटा सा गाँव को देखकर ऐसा महसूस होता है जैसे अब हमे किसी और चीज की जरूरत ही न हो  , हम हमेसा के लिए यहीं ठहर जाते तो कितना अच्छा होता , काश मै भी यहीं का रहने वाला होता ये वाक्य हर कोई बोलता है यहां जो टूरिस्ट आता है . क्योकि ये जगह हरी हरी मखमली घासो से पटी हुई पहाड़ो और नदियों के बीच सफ़ेद और काले बादलो से घिरी हुई  कितना सुहानी वादियां लगती है ! बादल तो ऐसे दीखते है जैसे पास ही में है अभी मै पकड़लूंगा मानो की पूरी वादियां इतनी खूबसूरत है जैसे लगता है हम कहीं और   नहीं जन्नत का सैर करने निकल पड़े है , तभी अचानक हमे कुछ क्यूट से बच्चे अपने पीठ पर बैग लिए हुए  स्कूल से उछलते,  दोस्तों से झगड़ते और कूदते  हुए हमारे सामने से मखमली घासो  के बीच बनी  पगडंडी को थामे हुए घर की तरफ तेजी से बढ़ते हुए मन में उ...

Thought

कहानी उसी की बनती है जो दुखो को झेला हो

जिंदगी में न अगर मुसीबत परेशानियां न आये तो वो कहानी ..............कहानी नहीं होती ... कहानी उसी की बनती है ... जिसने दुखो को झेला हो  सुख दुःख ये बिछड़े हुए यार है ,लेकिन सुख  को सबसे प्यार है और दुःख से नहीं .... जबकि जिंदगी हमे सुख नहीं दुःख जीना सिखाती है , अगर इंसान के जिंदगी में दुःख हो ही न तो वो अपनों को समझ ही नहीं सकता ! इसलिए सुख का होना हम सबके  जीवन में उतना ही जरूरी है जितना दुःख का , सायद आपको मालूम न हो लेकिन समुन्द्र की लहरे अक्सर एक जोर लिए किनारे की तरफ बढ़ते है और अंत में तट को  छू   कर वापिस चले जाते है ठीक इसी तरह दुःख जितना भी बड़ा हो वो आता है और चला जाता है ........... देर ही सही लेकिन सबसे अच्छी बात ये है दुःख की , की वो हमें बहोत कुछ सीख देकर जाता है नए नए जिसको हम जानते भी नहीं थे ! तो अब से याद रखना इन दोनों में कोई भी आये कभी मायूस न होना .. और कभी रोना आये तो खुलकर रो लेना क्योकि इससे तुम्हारे दिल पर जो  बोझ है न वो कम हो जाएगी ! और दुनिया का क्या वो तो है ही तमसा के लिए !

जिंदगी की सुहानी यादे

पता है .... ?              ये जो जिंदगी है न एक बहती हुई दरीया सी है , जो कभी रूकती नहीं !  आज यहां तो पलक झपकते कही और दरिया का बहता पानी जो हम अभी  देखे ... वो न जाने अब कितनी मिलो दूर निकल गयी होगी , जंगलो ,पहाड़ो , चट्टानों और झरनो से टकराती और  गिरती हुई  न जाने कहा चली गयी होंगी जिसका हमे खबर नहीं लेकिन ये एक समुदंर में जा मिलेंगी !! हमारी भी जिंदगी कुछ इसी तरह है , जो बचपन के  राह से निकली अपनी  गाँव की इन बागानों से जहां हम अक्सर अपने स्कूल से लौटते हुए बस्ते फेंकर दोस्तों के साथ मटरगस्ती किया करते थे , वो मखमली घांसो पर बैठना , वो फूलो को महँकना, चिडियो का चहचाना , दोस्तों के साथ हंसी टटोली करना , सब याद है हमे !!           लेकिन अब हम भी बहोत दूर निकल आये इस दरिया की तरह अब हम नजाने किस भीड़ में खो गए ये हमे भी नहीं पता , अब वो दोस्त भी नजाने कहाँ चले गए जो हमारे हर दुःख में पहाड़ बन क्र खड़े होते थे , तब ऐसा लगता था की यार कोई दुःख है ही  नहीं जीवन में क्योकि इतने प्...