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कभी माँ बाप की ऊँगली बच्चे को चलना सिखाती है
 और कभी माँ बाप की धुंधली नजर की .... बच्चो की आँखे राह
दिखा सकती है !

हम बड़े है इसका मतलब ये नहीं की हम जो फैसले ले रहे है वो सही होगा अक्सर हम बड़े लोग भी गलत हो जाते है इसलिए जब भी किसी बात पर फैसले का वकत हो तो उसे अपने नजर से कम  और जिसके लिए फैसला लिया जा रहा हो उसकी नजर से ज्यादा देखो क्योकि हो सकता हो हम गलत हो और वो सही हो ...आपके एक गलत फैसले की वजह से कही उसकी जिंदगी न तबाह हो जाय इस बात का ख्याल हमेसा रखे .!


kabhee maan baap kee oongalee bachche ko chalana sikhaatee hai
 aur kabhee maan baap kee dhundhalee najar kee .... bachcho kee aankhe raah
dikha sakatee hai !


Sometimes the finger of a parent teaches the child to walk
 And sometimes the mood of the parents looked ... Children's eyes
Can Show!

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जिंदगी को इतना सीरियस लेने की जरूरत नही दोश्त ।

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