प्यार की जादूगरी भी क्या कहिये ...
कितने ताले ये खोल देती है ,
तुम कभी मेरे साथ भी तो चलो
आके कानो में बोल देती है !!

एहसास में गर्मी हो , तो जिनदगी बनती है ,
मगर गर्म हवा ही , मुरझा देती है महकते सुर्ख फूल
जिंदगी नाम है ....
दिल में गर्मी और दिमाग में बसंत बचाए रखने का

कितने ताले ये खोल देती है ,
तुम कभी मेरे साथ भी तो चलो
आके कानो में बोल देती है !!

एहसास में गर्मी हो , तो जिनदगी बनती है ,
मगर गर्म हवा ही , मुरझा देती है महकते सुर्ख फूल
जिंदगी नाम है ....
दिल में गर्मी और दिमाग में बसंत बचाए रखने का

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