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Showing posts from March, 2018

अभी कुछ दिन पहले ही की बात है

अभी कुछ दिन पहले ही की बात है जब हम टहलते हुए चले आये थे कुछ ख्वाब लिए ...खुशियों की आँगन में पर कुछ पता ही न चला कब हम इतनी  दूर पहुंच गए की लोग अब हमारी गलतियों पर एक ही ताना देने लगे  है ... की अब तुम बड़े हो गए हो ...पता ही न चला यार बचपन भी क्या कमाल के थे न .. न कोई चिंता थी ... न कोई फ़िक्र था बस कुछ कमीने दोस्त थे .. और हर लम्हे का जिक्र था           युहीं चलती रहेगी जिंदगी और एक दिन मंजिल को भी पा लेगी फिर एक दिन दुनिया से भी चली जाएगी

यारी अपना

 तुंगनाथ, उत्तराखंड                              तुंगनाथ पहाड़ों पर बसा एक बहोत  ही खूबसूरत  गाँव है , पहाड़ो , झरनो और हस्ती खिलखिलाती नदियों के बीच बसा ये एक छोटा सा गाँव को देखकर ऐसा महसूस होता है जैसे अब हमे किसी और चीज की जरूरत ही न हो  , हम हमेसा के लिए यहीं ठहर जाते तो कितना अच्छा होता , काश मै भी यहीं का रहने वाला होता ये वाक्य हर कोई बोलता है यहां जो टूरिस्ट आता है . क्योकि ये जगह हरी हरी मखमली घासो से पटी हुई पहाड़ो और नदियों के बीच सफ़ेद और काले बादलो से घिरी हुई  कितना सुहानी वादियां लगती है ! बादल तो ऐसे दीखते है जैसे पास ही में है अभी मै पकड़लूंगा मानो की पूरी वादियां इतनी खूबसूरत है जैसे लगता है हम कहीं और   नहीं जन्नत का सैर करने निकल पड़े है , तभी अचानक हमे कुछ क्यूट से बच्चे अपने पीठ पर बैग लिए हुए  स्कूल से उछलते,  दोस्तों से झगड़ते और कूदते  हुए हमारे सामने से मखमली घासो  के बीच बनी  पगडंडी को थामे हुए घर की तरफ तेजी से बढ़ते हुए मन में उ...

Thought

कहानी उसी की बनती है जो दुखो को झेला हो

जिंदगी में न अगर मुसीबत परेशानियां न आये तो वो कहानी ..............कहानी नहीं होती ... कहानी उसी की बनती है ... जिसने दुखो को झेला हो  सुख दुःख ये बिछड़े हुए यार है ,लेकिन सुख  को सबसे प्यार है और दुःख से नहीं .... जबकि जिंदगी हमे सुख नहीं दुःख जीना सिखाती है , अगर इंसान के जिंदगी में दुःख हो ही न तो वो अपनों को समझ ही नहीं सकता ! इसलिए सुख का होना हम सबके  जीवन में उतना ही जरूरी है जितना दुःख का , सायद आपको मालूम न हो लेकिन समुन्द्र की लहरे अक्सर एक जोर लिए किनारे की तरफ बढ़ते है और अंत में तट को  छू   कर वापिस चले जाते है ठीक इसी तरह दुःख जितना भी बड़ा हो वो आता है और चला जाता है ........... देर ही सही लेकिन सबसे अच्छी बात ये है दुःख की , की वो हमें बहोत कुछ सीख देकर जाता है नए नए जिसको हम जानते भी नहीं थे ! तो अब से याद रखना इन दोनों में कोई भी आये कभी मायूस न होना .. और कभी रोना आये तो खुलकर रो लेना क्योकि इससे तुम्हारे दिल पर जो  बोझ है न वो कम हो जाएगी ! और दुनिया का क्या वो तो है ही तमसा के लिए !

जिंदगी की सुहानी यादे

पता है .... ?              ये जो जिंदगी है न एक बहती हुई दरीया सी है , जो कभी रूकती नहीं !  आज यहां तो पलक झपकते कही और दरिया का बहता पानी जो हम अभी  देखे ... वो न जाने अब कितनी मिलो दूर निकल गयी होगी , जंगलो ,पहाड़ो , चट्टानों और झरनो से टकराती और  गिरती हुई  न जाने कहा चली गयी होंगी जिसका हमे खबर नहीं लेकिन ये एक समुदंर में जा मिलेंगी !! हमारी भी जिंदगी कुछ इसी तरह है , जो बचपन के  राह से निकली अपनी  गाँव की इन बागानों से जहां हम अक्सर अपने स्कूल से लौटते हुए बस्ते फेंकर दोस्तों के साथ मटरगस्ती किया करते थे , वो मखमली घांसो पर बैठना , वो फूलो को महँकना, चिडियो का चहचाना , दोस्तों के साथ हंसी टटोली करना , सब याद है हमे !!           लेकिन अब हम भी बहोत दूर निकल आये इस दरिया की तरह अब हम नजाने किस भीड़ में खो गए ये हमे भी नहीं पता , अब वो दोस्त भी नजाने कहाँ चले गए जो हमारे हर दुःख में पहाड़ बन क्र खड़े होते थे , तब ऐसा लगता था की यार कोई दुःख है ही  नहीं जीवन में क्योकि इतने प्...

बात का अर्थ समझिये

कुछ नादान बच्चे सब्जी बेच रहे थे ! मैने पूछा "पालक" है क्या ? बच्चो का जवाब सुनकर मन भर आया बोले " *पालक* होते तो सब्जी क्यों बेचते......."  रोटियां 3 दिन पुरानी थीं, और भूख 4 दिन... वो गरीब बड़े आराम से खा गया... क्योंकि रोटी भूख के मुकाबले ताज़ी थी..

This is life !!

चूल्हे की आंच देती है .... गर्म रोटियां , सुनहरी रौशनी  मगर कोई उड़ आयी चिंगारी उस चूल्हे से  चला देती है पांव .. हम क्या ज्ञानी , हम क्या पंडित  सब पत्र पढ़े , पोथी बांचे , पर जीवन जब पर्चे बाटे  और तख्ती धुंधली दिखती हो  मै दुनिया तेरी आँखों से  जो देख सकूँ ....सब सुंदर है  जिंदगी  नाम है कुछ नग्मों का  कुछ महकते हुए नूरानी , सुरीली नग्मे ..       जो जगमग जगमग रातो  में          धड़कन बन क्र बज उठते है  वो सपना उस रात जो देखा ... उसकी ऊँगली थामे थामे . आज यहाँ तक आ पहुंचा हु  आज शाम को साथ बैठकर  रात ढले तक चाय पिएंगे  This is life !!

नाजुक सी रिश्ते

एक अंजना दरिया है  और रिश्तो की नाव हवा सी  तेरे हाथ का साथ मिले तो  तूफान खुद मंजिल बन जाए  दुश्मनी भी दिल से थी  दोस्ती भी दिल से थी  मन बावरे के आँगन में  बाजियां नहीं चलती  रास्ता भी एक था , मंजिले भी एक थी , मगर न जाने राह में  सांस क्यों उखड़ गयी ..

राह को रौशन करता था ....

राह को रौशन करता था  वो तारा पीछे छूट गया .. माला कैसे जुडी रहे .. एक  मोती जिसका टूट गया

जिंदगी .... जिंदगी ... जिंदगी

ये जो जिंदगी की किताब है... है इसकी कितनी कहानियां, कही दर्द का कोई सफा मिला कभी सूख चला मेरे साथ में ..!! जिंदगी नाम है कुछ रास्तो का       वो जो मिलते है कही     और कभी मिलते ही नहीं मुझको भी मिल जाए कोई रास्ता ....           की तुम तक पहुंचू हर दिवार में रहती है एक खिड़की हर खिड़की के परे है एक नई दुनिया                 हम पर है . ... कौन सा दरवाजा खोलते है हम

प्यार एक लफ्ज़ है , एक दुनिया भी

प्यार एक लफ्ज़ है , एक दुनिया भी          वो जो छीन जाये  तो हो चाय जहर सी कड़वी  और जो मिल जाए .... तो चूल्हा भी बर्फ जैसा लगे  pyaar ek laphz hai , ek duniya bhee          vo jo chheen jaaye  to ho chaay jahar see kadavee  aur jo mil jae .... to choolha bhee barph jaisa lage Love is a word, a world too         That which can be taken away So yes tea poison c bitter And who can find .... The stove will look like ice

दोस्त भी अजीब होते है ..

कॉपी के पन्ने होते है दोस्त .. कुछ लिखे हुए ... कुछ मिटे हुए  उन्ही पन्नो में छुपी होती है  जिंदगी पास करने की कुंजी ..!!

बाप क्या होता है

सायादार बरगद है  बाप जिसको कहते है  आँधियों में छत है वो  प्यास जब लगे मुझको  एक बहता दरिया है !

एक कील है जिंदगी

एक कील है जिंदगी पैर लगे तो चोट ... बांस लगे तो सीढ़ी..  मचलो तो दर्द संभलो तो आसमान .... Life is a nail Feeling hurt if ... If the bamboo stairs ..  So much pain So be it... .............................................................................................. ये गणित है रिश्तो का कुछ जुड़ा ... घटा कुछ और और बही में आखिर में , जो बचा वो यादे थी ...!! This math is about relationship  Some related ... minus something else And at the end of the ledger book, Those who were saved ... Those memories were saved ... !! सूरज डूबता नहीं है कभी बस छुप जाता है , पडोसी की छत से , माँ खोलती है रसोई में डिब्बा और सूरज फिर जगमगाने लगता है ! sooraj doobata nahin hai kabhee bas chhup jaata hai , padosee kee chhat se , maan kholatee hai rasoee mein dibba aur sooraj phir jagamagaane lagata hai ! The sun never drops Just hides, from the terrace of the neighborhood, Mother opens The dash in the kitchen And the sun looks luminous aga...